अगर आपको यह समझना है कि सरकारी सुरक्षितियाँ या सरकारी बॉन्ड्स क्या होते हैं, तो हम आपको संक्षेप में बताते हैं। ये सरकारी सुरक्षितियाँ सरकार द्वारा जारी समर्पित या ट्रेजरी बॉन्ड्स होते हैं जो सरकार को संचालन, बुनियादी ढांचे के विकास और अन्य व्ययों के लिए निधि उठाने के लिए जारी किए जाते हैं। सरकार निश्चित ब्याज दरें और प्रायः कुछ महीनों से लेकर कई सालों तक की परिप्रेक्ष्य समाप्ति तिथि जारी करती है। बॉन्ड की मुख्य राशि संचयक को परिप्रेक्ष्य समाप्ति पर वापस की जाती है, जिसके साथ ब्याज कमाया जाता है।
भारत में सरकारी बॉन्ड्स एक सुरक्षित और लाभकारी निवेश विकल्प हो सकते हैं। सरकारी बॉन्ड्स को सुरक्षित निवेश माना जाता है क्योंकि सरकार एक विश्वसनीय कर्ज़दार है और अपने कर्ज़ की वित्तीय अभिवाहिताओं पर आमतौर पर अदालती नहीं होगी। सरकारी बॉन्ड्स का ब्याज दर निश्चित या बदलती होती है। हालांकि, किसी भी निवेश निर्णय करने से पहले अनुसंधान करना और एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श लेना महत्वपूर्ण है।
Types Of Government Bonds: भारत में सरकारी बॉन्ड के प्रकार
भारत में सरकारी बॉन्ड एक अच्छा निवेश विकल्प हो सकता है जो निवेश पोर्टफोलियो को विविध बनाने के लिए उत्कृष्ट होता है।
भारत में कई प्रकार के सरकारी बॉन्ड होते हैं। भारत में सरकारी बॉन्ड का प्रकार जारीकर्ता, कूपन दरें और अवधि पर निर्भर कर सकता है। जारी किए गए बॉन्ड के अनुसार, बॉन्ड्स विभिन्न ब्याज दरों और जोखिमों के साथ आते हैं। आप महत्वपूर्ण कारकों को ध्यान में रखते हुए अपना निवेश कर सकते हैं।अगर आप सरकारी बॉन्ड्स के प्रकारों की जानकारी चाहते हैं और इसमें परिचित नहीं हैं, तो नीचे दिए गए प्रमुख सरकारी बॉन्ड के प्रकारों की सूची की जांच करें।
बॉन्ड के और खरीदारों के विभिन्न प्रकार के बॉन्ड मार्किट में उपलब्ध है | खरीदारों के आधार पर दो प्रकार के बॉन्ड होते है – प्राइमरी मार्किट और सेकेंडरी मार्किट | प्राइमरी मार्किट में ख़रीदे गए बॉन्ड को सेकेंडरी मार्किट में और अधिक ट्रेड किया जा सकता है |
बॉन्ड के प्रकार
1.कनवर्टिबल बांड
- रेगुलर कनवर्टिबल बांड
- रिवर्स कनवर्टिबल बांड
- अनिवार्य कनवर्टिबल बांड
- 2. सरकारी बांड
- 3. नगरपालिका बांड
- 4. रिटेल बांड्स
- 5. जंक बांड्स
- 6. इलेक्टोरल बांड
बेस्ट सरकारी स्कीम
सीनियर सिटीजन्स के लिए सबसे अच्छी एवं सरकारी स्कीम है (सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम) एफ डी के जैसे रिट्रन मिलता है अभी इसका रेट ऑफ़ रेतुर्न है 8.2 % इस सेविंग स्कीम में आप ज्यादा से ज्यादा ३० लाख रुपए निवेश कर सकते है और कम से कम 1000 से शुरुआत कर सकते है | इसका जो “maturity” पीरियड है वो 5 साल का है | 5 साल तक आप पैसे नहीं निकाल सकते अगर आप निकलना चाहते है तो उसपर पेनल्टी लगती है | अगर आप 1 साल के अंदर पैसा चाहते है तो आपको 1. 5 % पेनल्टी देनी पड़ेगी
सुकन्या समृद्धि योजना अगर आपकी बेटी की उम्र १० साल से कम है तो आप इस योजना का लाभ उठा सकते है हर साल आप इसमें 1 . 5 लाख रुपए निवेश कर सकते है और रेट ऑफ़ रिटर्न 8 % पा सकते है इस योजना का फायदा आप 21 साल या जब लड़की शादी हो जाती है तब तक उठा सकते है | जो भी पैसा आपको मिलेगा वो 100 % कर मुक्त होगा जोकि बहुत लाभदायक बात है |
PPF : पब्लिक प्रोविडेंट फंड
पब्लिक प्रोविडेंट फंड, जिसे हम पीपीएफ (PPF) के नाम से भी जानते हैं, वह एक बहुत ही लोकप्रिय निवेश विकल्प है, क्योंकि इसमें बहुत अच्छे रिटर्न और टैक्स छूट का लाभ होता है। PPF में निवेश किए गए प्रिंसिपल राशि पर 80सी के तहत कोई टैक्स नहीं लगता है। साथ ही, इसमें मिलने वाले ब्याज पर भी सेक्शन 10 के तहत कोई टैक्स नहीं लगता। इसलिए लोगों के लिए यह निवेश विकल्प बहुत पसंदीदा हो रहा है।PPF ( पब्लिक प्रोविडेंट फंड )का रिटर्न रेट 7.1 % है|
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के जरिए कोई भी व्यवसाय करने वाला व्यक्ति लोन ले सकता है। इस योजना के अंतर्गत मिलने वाले लोन पर कोई सुरक्षा राशि जमा नहीं करनी होती है। इस योजना के अंतर्गत तीन प्रकार के लोन की सुविधा दी जाती है – शिशु मुद्रा लोन, किशोर मुद्रा लोन और तरुण मुद्रा लोन।